राजस्थान की शुष्क भूमि और सुनहरी रेत के बीच धावा डोली वन्यजीव अभयारण्य एक ऐसी जगह है, जहाँ प्रकृति अपनी अनूठी सुंदरता बिखेरती है। यह वन्यजीव अभयारण्य जोधपुर से लगभग 45 किलोमीटर दूर स्थित है और यहाँ का परिदृश्य अद्वितीय जैव विविधता को संजोए हुए है।

यहाँ की धूप से तपती भूमि पर काले हिरण (Blackbuck) अपनी ऊँची छलांगों से रेगिस्तानी परिदृश्य में जीवन का संचार करते हैं, वहीं चिंकारा (Indian Gazelle) और रेगिस्तानी लोमड़ी अपने अनोखे अंदाज में पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। यह अभयारण्य न केवल वन्यजीव प्रेमियों के लिए बल्कि फोटोग्राफरों और पक्षी प्रेमियों के लिए भी किसी स्वर्ग से कम नहीं है।


रेगिस्तान के बीच हरा-भरा प्राकृतिक संसार

धावा डोली वन्यजीव अभयारण्य लगभग 100 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और यहाँ का परिदृश्य अद्भुत विविधता लिए हुए है।

  • यहाँ पत्थरों से घिरे छोटे-छोटे पहाड़, रेतीली भूमि और वनस्पतियों से भरपूर क्षेत्र हैं।
  • इस इलाके में पाए जाने वाले पेड़-पौधे प्राकृतिक प्रतिरोध क्षमता से युक्त होते हैं, जो रेगिस्तान की गर्मी में भी जीवित रह सकते हैं।
  • यहाँ के प्रमुख वृक्ष धोक, टेंडू, खैर, सालई और नीम हैं, जो न केवल वन्यजीवों को छाया और भोजन देते हैं बल्कि जल संरक्षण में भी सहायक होते हैं।

यह अभयारण्य रेगिस्तानी पारिस्थितिकी के साथ प्रकृति के अनुकूलन क्षमता को भी दर्शाता है।


धावा डोली में वन्यजीवों का संसार

1. काले हिरण (Blackbuck)

  • काले हिरण अपने सुंदर सींगों और तेज गति के लिए प्रसिद्ध हैं।
  • इनकी सुंदर छलांगें रेगिस्तानी परिदृश्य में एक अलग ही आकर्षण जोड़ती हैं।

2. चिंकारा (Indian Gazelle)

  • राजस्थान के मरुस्थलीय क्षेत्र में पाए जाने वाले यह हिरण तेजी से दौड़ने और सूखे क्षेत्र में जीवित रहने की क्षमता रखते हैं।

3. रेगिस्तानी लोमड़ी (Desert Fox)

  • अपनी छोटी और फुर्तीली काया के कारण रेगिस्तानी लोमड़ी यहाँ एक रहस्यमयी जीव मानी जाती है।

4. सांभर हिरण (Sambar Deer)

  • यह राजस्थान के कुछ चुनिंदा वन्यजीव अभयारण्यों में ही पाए जाते हैं और यहाँ इनकी आबादी धीरे-धीरे बढ़ रही है।

यहाँ अन्य वन्यजीवों में नीलगाय, जंगली बिल्ली, साही (Porcupine) और विभिन्न प्रकार के सरीसृप भी पाए जाते हैं।


धावा डोली में पक्षी दर्शन: पक्षी प्रेमियों का स्वर्ग

धावा डोली वन्यजीव अभयारण्य केवल भूमि के जीवों का घर ही नहीं है, बल्कि यह पक्षी प्रेमियों के लिए भी एक आदर्श स्थान है।

  • यहाँ 200 से अधिक पक्षी प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
  • सर्दियों में यहाँ प्रवासी पक्षी भी आते हैं, जो राजस्थान के इस इलाके में अपनी अनूठी चहचहाहट से माहौल को सुरम्य बना देते हैं।

यहाँ पाए जाने वाले प्रमुख पक्षी:

भारतीय उल्लू (Indian Eagle-Owl) – यह विशालकाय पक्षी अपनी गहरी आँखों और अनूठी आवाज़ के लिए जाना जाता है।
क्रेस्टेड सर्पेंट ईगल (Crested Serpent Eagle) – यह तेज नज़र वाला शिकारी पक्षी यहाँ आमतौर पर देखा जाता है।
सफ़ेद आंखों वाला गिद्ध (White-Eyed Vulture) – यह दुर्लभ गिद्ध पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
राष्ट्रीय पक्षी मोर (Peacock) – अपनी रंगीन आभा और नृत्य के लिए प्रसिद्ध मोर यहाँ बड़ी संख्या में पाए जाते हैं।

यदि आप पक्षी प्रेमी हैं या वन्यजीव फोटोग्राफी का शौक रखते हैं, तो धावा डोली आपके लिए एक आदर्श स्थान हो सकता है।


धावा डोली वन्यजीव अभयारण्य जाने का सही समय

🔹 अक्टूबर से मार्च के बीच यहाँ जाने का सबसे अच्छा समय होता है।
🔹 गर्मियों में यहाँ का तापमान अत्यधिक बढ़ जाता है, इसलिए सर्दियों में यहाँ का वातावरण अधिक सुहावना रहता है।
🔹 सुबह और शाम के समय जंगल सफारी करने का सबसे अच्छा अनुभव प्राप्त होता है।


धावा डोली के आसपास के आकर्षण स्थल

अगर आप धावा डोली वन्यजीव अभयारण्य घूमने आ रहे हैं, तो इसके आसपास कुछ शानदार पर्यटन स्थल भी देख सकते हैं:

1. मेहरानगढ़ किला (Mehrangarh Fort, Jodhpur)

  • जोधपुर का यह ऐतिहासिक किला राजस्थान के सबसे खूबसूरत किलों में से एक है।

2. उम्मेद भवन पैलेस (Umaid Bhawan Palace, Jodhpur)

  • यह एक शानदार महल और संग्रहालय है, जो राजस्थान की शाही विरासत को दर्शाता है।

3. जसवंत थड़ा (Jaswant Thada, Jodhpur)

  • यह सफेद संगमरमर से बनी एक अद्भुत संरचना है, जिसे ‘राजस्थानी ताजमहल’ भी कहा जाता है।

4. थार रेगिस्तान सफारी (Thar Desert Safari, Jaisalmer)

  • यदि आप रेगिस्तान का असली रोमांच महसूस करना चाहते हैं, तो जोधपुर से जैसलमेर जाकर कैमल सफारी का आनंद ले सकते हैं।

धावा डोली वन्यजीव अभयारण्य जाने के लिए उपयोगी जानकारी

📍 स्थान: जोधपुर से 45 किलोमीटर दूर
🕛 समय: दोपहर 12:00 बजे से रात 12:00 बजे तक
🎟️ प्रवेश शुल्क: पर्यटकों के लिए न्यूनतम शुल्क (सरकारी नियमों के अनुसार परिवर्तनशील)
🚗 कैसे पहुँचें:

  • जोधपुर रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डा सबसे नजदीकी परिवहन केंद्र हैं।
  • जोधपुर से टैक्सी या निजी वाहन द्वारा धावा डोली आसानी से पहुँचा जा सकता है।

धावा डोली – राजस्थान में वन्यजीव प्रेमियों का स्वर्ग

धावा डोली वन्यजीव अभयारण्य राजस्थान की कठोर भूमि के बीच एक अद्भुत जीवंत स्थल है, जहाँ प्रकृति प्रेमी, पक्षी प्रेमी और वन्यजीव फोटोग्राफर एक यादगार अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप प्रकृति की गोद में शांत वातावरण में कुछ समय बिताना चाहते हैं, तो धावा डोली आपके लिए एक आदर्श स्थान हो सकता है।

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